पंचकुला के निवासी 18 साल के सर्वेश मेहतानी के लिए आईआईटी-जॉइंट एंट्रेंस एग्जाम (अडवांस) कोई आसान नहीं था उन्होंने पिछले दो साल से न तो स्मार्टफोन इस्तेमाल किया है और न ही सोशल मीडिया। आईआईटी-बॉम्बे से कंप्यूटर सायेंस पढ़ने की इच्छा रखने वाले सर्वेश ने कहा कि ऐसी परीक्षाओं को पास करने के लिए आपको कई बार समाज से कटना पड़ता है।

उन्होंने कहा, ‘सोशल मीडिया के मामले में मैं खुद को कंट्रोल नहीं कर सकता इसलिए जब मैंने आईआईटी के लिए 2 साल पहले तैयारी की तो मैंने स्मार्टफोन छोड़ दिया। लेकिन अगर आप खुद को काबू में रख सकते हैं तो फोन के साथ भी पढ़ाई कर सकते हैं।’ पंचकुला के भवन विद्यालय के सर्वेश मेहतानी ने 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं में भी 95.4 पर्सेंट अंक पाए हैं।

मेहतानी ने बताया कि उन्होंने परीक्षा की तैयारी के लिए दोस्तों से मिलना भी कम कर दिया था। उन्होंने कहा, ‘मैं दोस्तों से नहीं मिलता था लेकिन फोन पर बात कर लिया करता था। आपको समाज से कट जाना चाहिए और अपनी तैयारी पर ध्यान देना चाहिए।’ इन्फोसिस के सहसंस्थापक एनआर नारायणमूर्ति को अपना आदर्श मानने वाले सर्वेश का कहना है कि वह बॉलिवुड फिल्म ‘3 इडियट्स’ से प्रभावित होकर ही इंजिनियरिंग की तरफ आकर्षित हुए। जब यह फिल्म आई थी तब वह 8वीं क्लास में थे।

उन्होंने कहा, ‘इस फिल्म से प्रभावित होकर ही मैंने इंजिनियर बनने का फैसला किया। फिल्म में फुंशुख वांग्डू के किरदार के कारण ही मैंने इंजिनियरिंग करने का फैसला किया।’ सर्वेश के पिता प्रवेश मेहतानी एक इनकम टैक्स अधिकारी है जबकि उनकी मां राजबाला एक यूनिवर्सिटी में प्लेसमेंट अधिकारी हैं। मेहतानी ने जेईई (मेन) एग्जाम में भी 55वां स्थान पाया था।

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