‘काली’ फिल्म की डायरेक्टर लीना मणिमेकलाई के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी करने के आदेश दे दिये गये हैं। जिसके बाद अब लीना मणिमेकलाई की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। इससे पहले मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा था कि वो केंद्र सरकार को इस संबंध में खत लिख यह आग्रह करेंगे कि लीना के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी करने की अनुमति दें।

अब न्यूज एजेंसी ANI ने बताया है कि भोपाल पुलिस ने लीना के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी करने का आदेश दिया है। फिल्म ‘काली; के निर्देशक के खिलाफ केंद्रीय गृह मंत्रालय से अनुमति मिलने के बाद लुकआउटर सर्कुलर जारी किया गया है। लुकआउट नोटिस से संबंधित एक एप्लिकेशन केंद्र सरकार को भेजा गया था।

इससे पहले शिवराज सरकार के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा था, ‘लीना के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी करवाने की कोशिश की जाएगी। हम केंद्र सरकार को एक पत्र लिखेंगे जिसमें फिल्ममेकर लीना मणिमेकलाई के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर (एलओसी) जारी करने की अपील करेंगे। जो वो कर रही हैं ऐसा लग रहा है कि वो जानबूझ कर ऐसा कर रही हैं। मैं ट्विटर को भी लिखूंगा कि उनके पोस्ट से धार्मिक भावनाएं आहत हो रही हैं। मैं उनसे कहूंगा कि वो अपनी तरफ से इसे बंद करवाएं।’

शिवराज सरकार ने इस मामले में शुरू से ही लीना मणिमेकलाई के खिलाफ सख्त रवैया अपना रखा था। एमपी में लीना के खिलाफ अलग-अलग केस भी दर्ज किये गये हैं। खुद सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि मां काली का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

क्या है लुकआउट नोटिस

आम तौर पर लुकआउट नोटिस एक तरह का सर्कुलर है जो अधिकारियों द्वारा यह सुनिश्चित करने के लिए जारी किया जाता है कि आपराधिक मामले में नामित व्यक्ति देश से भाग न जाए। एलओसी तब जारी किया जाता है जब कोई व्यक्ति अपने खिलाफ दर्ज किसी विशेष मामले में फरार हो और यह डर हो कि वह व्यक्ति देश छोड़ कर भाग सकता है।

कुछ अन्य मामलों में पुलिस देश के बाहर किसी व्यक्ति की आवाजाही पर प्रतिबंध लगाने के लिए भी इसका इस्तेमाल करती है।

क्यों है विवाद…

लीना ने अपनी फिल्म ‘काली’ को लेकर जो सबसे पहले पोस्ट शेयर किया था उसमें हिंदुओं की प्रमुख देवियों में से एक मां काली को सिगरेट पीते हुए दिखाया गया था। इसमें एक महिला मां काली के वेश में सिगरेट पी रही थी। उसके एक हाथ में त्रिशूल और एक अन्य हाथ में खास समुदाय का झंडा था। इस पर अभी विवाद खत्म नहीं हुआ था कि लीना ने शिव-पार्वती का एक पोस्टर जारी कर दिया। इसमें शिव-पार्वती सिगरेट पीते नजर आ रहे थे।

महुआ मोइत्रा की एंट्री

इस विवाद में तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा की भी एंट्री कुछ दिनों पहले हुई। एक चैनल के कार्यक्रम में टीएमसी सांसद ने कहा था कि मेरे लिए मां काली के कई रूप हैं। मेरे लिए काली का मतलब मांस और शराब स्वीकार करने वाली देवी है। लोगों की अलग-अलग राय होती है। मुझे इससे कोई परेशानी नहीं है।’ मोइत्रा के इस बयान पर विवाद बढ़ने के बाद ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली टीएमसी ने खुद को अपने ही पार्टी के सांसद के बयान से अलग कर लिया।

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