बांदा। एकलव्य महाविद्यालय में अंग्रेजी विषय के विभागाध्यक्ष डॉ0 बृजेश कुमार गुप्ता ‘‘मेवादेव’’ व उनकी पत्नी वर्षा गुप्ता ‘‘संप्रभा’’ (हिन्दी कवियित्री) ने एक बार फिर से जिले का नाम रोशन किया। आप दोनों को आंध्र प्रदेश के गुंटूर के जे0 के0 सी0 कॉलेज में आयोजित होने वाले 11वें इंटरनेशनल पोयट्री फेस्ट व तेलंगाना राज्य के हैदराबाद में आयोजित होने वाले इण्डियन पोयटिक कान्फ्ल्यून्स – 2018 का आमंत्रण मिला था। आप दोनों ने इन कार्यक्रमों में शिरकत की व पुरस्कार भी जीता।

गुंटूर के जे0 के0 सी0 कॉलेज में आप दोनों ने क्रमशः ‘‘इनवैरियबल सैंकटिटी’’ (अंग्रेजी) व ‘‘कुछ दिनों की बात’’ का पाठन किया और आप दोनों की कविताओं की सराहना भी की गयी और आप दोनों को शॉल, प्रशस्ति पत्र, श्रीफल, प्रकाशित पुस्तक व शील्ड देकर सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम के आयोजक जे0 के0 सी0 कॉलेज के उप प्राचार्य डॉ0 गोपीचंद पुरूचरी (प्राध्यापक अंग्रेजी) व डॉ0 नागसुशीला पंचमूर्थी (प्राध्यापक अंग्रेजी) ने आयोजित किया था।

कार्यक्रम में देश-विदेश के प्रसिद्ध कवियों व प्राध्यापकगणों ने भाग लिया था। तेलंगाना राज्य के हैदराबाद में आयोजित इण्डियन पोयटिक कान्फ्ल्यून्स – 2018 में भी आप दोनों ने क्रमशः ‘‘माई फाइनल सेटिसफेक्शन’’ (अंग्रेजी) व ‘‘सदियों बीत गये’’ (हिन्दी) कविता का पाठन किया। आप दोनों की कविताओं की भूरि-भूरि प्रशंसा भी की गयी।

इस कार्यक्रम में भी देश-विदेश के बहुत से कवियों ने शिरकत की। इस कार्यक्रम को तेलंगाना ग्रुप ऑव पोयट्री फोरम्स के संस्थापक डॉ0 मंथेना दामोदर चेरी जी ने आयोजित किया था। यहां पर भी आप दोनों को बेशकीमती शॉल, प्रशस्ति पत्र व प्रकाशित पुस्तक प्रदान की गयी। इससे पहले भी आप दोनों हैदराबाद के विश्वभारती लिटरेरी फेस्टीवल 2018 में मथुरा में ‘द लिटरेटी कॉसमॉस सोसायटी’ (रजि0 सं0 – 75/2018-19) द्वारा आयोजित इंटरनेशनल कान्फ्रेन्स में डॉ0 बृजेश कुमार गुप्ता ‘मेवादेव’ को जहां साहित्य में काव्य का सबसे बड़ा पुरस्कार ‘‘काव्य रत्न’’ पुरस्कार दिया गया वहीं ‘वर्षा गुप्ता संप्रभा’ को ‘‘काव्य सुमन’’ का पुरस्कार मिला था।

वर्षा जी का प्रथम हिन्दी काव्य संग्रह ‘‘प्रथम-अनंत-अदिति (अभिव्यक्ति मेरे अहसासों की) प्रकाशित हो चुकी है। वहीं डॉ0 बृजेश अब तक कई पुस्तकों का लेखन कर चुके हैं। साथ ही साथ आप दोनों लगातार पुस्तकें लिख रहें हैं व राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय पुस्तकों का संपादन भी कर रहे हैं। हाल में ही डॉ0 बृजेश को फ्रेजल किंग अरविंद चौधरी राष्ट्रीय कवि 2018 का सम्मान भी मिल चुका है व उन्हें इंटरनेशनल राइटर्स एसोसिएशन के मेंबर ऑव बोर्ड का सदस्य भी बनाया गया है।

डॉ0 बृजेश वर्तमान में अफ्रीका की काव्य संस्था ‘‘हफ्रीकन प्रिंस आर्ट वर्ल्ड’’ के राजदूत व प्रबंधक हैं व आप इटली की काव्य संस्था में सेकेटरी जनरल, राजदूत व संरक्षक के पद पर भी आसीन है। आपने यह सम्मान अपने परिवार व जिले के लोगों का सम्मान बताया। बांदा व आसपास के क्षेत्र के साहित्य में रूचि रखने वाले लोग आपसे मो0 न0 – 9454173636 पर संपर्क कर सकते हैं।

डॉ0 बृजेश व उनकी पत्नी वर्षा गुप्ता ‘‘संप्रभा’’ के इस सम्मान पर उनके माता-पिता श्री मेवालाल गुप्ता व देवरती गुप्ता, पुत्र प्रथम देव गुप्ता व आपके भाईयों सहित परिवार के सदस्यों सहित एकलव्य महाविद्यालय के प्राचार्य, अन्य कार्यरत प्राध्यापक गण व मित्रों ने खुशी जाहिर की व बधाई दी। गुप्ता दम्पत्ति निरन्तर कविताएं, लघु कहानियां, निबन्ध, उपन्यास आदि लिख रहे हैं और कई पुरस्कार भी जीत रहे हैं।

आपने फेसबुक पर नवोदित कवियों व लेखकों के लिए ‘‘कंटमपरेरी लिटरेरी सोसायटी ऑव अमलोर: बांदा (उ0 प्र0 – भारत) नामक गु्रप भी चलाते हैं। हाल ही में डॉ0 बृजेश ने साहित्यिक व सामाजिक सेवा के लिए विभिन्न गतिविधियों को अंजाम देने के लिए ‘‘प्रथम ट्रस्ट’’ का भी पंजीकरण कराया है।

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