देहरादून, देहरादून के एक सरकारी अस्पताल में फर्श पर प्रसव के तुरंत बाद 27 वर्षीय एक महिला और उसके नवजात शिशु की मौत हो गयी जिसके लिए महिला के पति ने अस्पताल कर्मचारियों की उदासीनता को जिम्मेदार ठहराया है। घटना सरकारी दून मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में गुरूवार को हुई।

घटना की पुष्टि करते हुए महिला अस्पताल की मुख्य चिकित्सा अधीक्षक मीनाक्षी जोशी ने कहा कि इस मामले में जांच के आदेश दे दिये गये हैं और जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी। महिला का पति मसूरी में मजदूरी करता है। महिला के पति का कहना है कि महिला को पिछले छह दिन से अस्पताल में बिस्तर नहीं दिया गया और उसका प्रसव भी कॉरिडोर में फर्श हुआ ।

पति ने कहा, ‘‘वह (पत्नी) बहुत कमजोर थी। तब भी उसे बेड नहीं मिला। जब प्रसव के बाद उसकी तबियत बिगड़ने लगी तो मैंने ड्यूटी पर मौजूद नर्सों से बात करनी चाही लेकिन वे अपने मोबाइल फोन पर व्यस्त रहीं।’’ प्रसव के कुछ देर बाद ही महिला और उसके नवजात शिशु की मौत हो गयी।

घटना के बाद महिला के आक्रोशित रिश्तेदारों और अन्य मरीजों ने अधीक्षक मीनाक्षी के कक्ष में कई घंटे तक हंगामा किया और पुलिस हस्तक्षेप के बाद ही स्थिति संभल पायी। यह शहर का सबसे बड़ा अस्पताल है और देहरादून के अलावा प्रदेश के अन्य स्थानों से भी लोग यहां इलाज के लिए आते हैं।

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