बाग से बोतल तक: आम की मिठास अब वाइन में

Mall

लखनऊ: उत्तर प्रदेश ने एक अनोखा कदम उठाते हुए अपनी पहली आम और स्थानीय फलों से बनी शराब की वाइनरी का उद्घाटन किया है। यह वाइनरी लखनऊ के बाहरी इलाके मालिहाबाद के माल क्षेत्र में स्थित है और रविवार को इसका आधिकारिक रूप से शुभारंभ हुआ। करीब 100 एकड़ में फैले आम के बागान के बीच स्थापित इस वाइनरी पर लगभग ₹10 करोड़ का निवेश किया गया है। राज्य के आबकारी मंत्री नितिन अग्रवाल ने उद्यान विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में इस परियोजना का उद्घाटन किया।

माल क्षेत्र के मूल निवासी और इस पहल के प्रवर्तक मधवेंद्र देव सिंह ने बताया कि वाइनरी जल्द ही पर्यटकों के लिए डे टूर की सुविधा भी शुरू करेगी, जबकि वाइन की खास किस्में वाइनरी परिसर से ही खरीदी जा सकेंगी। “हमने चार वेरायटी की वाइन तैयार की हैं, जो पूरी तरह से स्थानीय स्तर पर उगाए गए फलों से बनी हैं और इनमें किसी भी प्रकार के रसायनों या कृत्रिम तत्वों का इस्तेमाल नहीं हुआ है,” सिंह ने बताया। इन वाइन में आम, शहद, शहतूत, पुदीना जैसे देसी फलों का उपयोग किया गया है। इनकी कीमत ₹300 से ₹1,200 के बीच होगी, जो बोतल के आकार और प्रकार पर निर्भर करेगी।

कृषि व्यवसाय प्रबंधन में एमबीए कर चुके सिंह ने यह भी स्पष्ट किया कि इन वाइन में न तो अतिरिक्त चीनी डाली गई है और न ही इथेनॉल मिलाया गया है। “हम पूरी तरह से प्राकृतिक और शुद्ध उत्पाद देने के लिए प्रतिबद्ध हैं,” उन्होंने कहा। सिंह ने दो वर्ष पहले ‘एम्ब्रोसिया नेचर लिविंग’ नामक निजी कंपनी की स्थापना की थी। इसके बाद उन्होंने यूपी सरकार के उद्यान विभाग के साथ पिछले इन्वेस्टर्स समिट में एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए। यह पहल राज्य सरकार की ‘मेड इन यूपी वाइन’ योजना के अंतर्गत आती है, जो मार्च 2022 में शुरू की गई थी। इसके तहत स्थानीय फलों से निर्मित वाइन पर आबकारी शुल्क नहीं लगाया जाता।

वाइनरी में ‘ब्रैगट’ नामक एक विशेष पेय भी तैयार किया जा रहा है, जो बीयर और मीड (शहद से बनी शराब) का मिश्रण है। यह परंपरागत और आधुनिक विधाओं का अनोखा मेल प्रस्तुत करता है। मालिहाबाद जो पहले से ही आमों के लिए प्रसिद्ध है, अब इस नई वाइनरी की शुरुआत के साथ ‘क्यूलिनरी टूरिज्म’ और ‘वाइन कल्चर’ के नक्शे पर भी अपनी खास जगह बना सकता है।