पटना. नीतीश कुमार ने बिहार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने, अपने गठबंधन सहयोगी लालू प्रसाद की राजद को धता बताने और पद पर फिर से काबिज होने के लिए विपक्षी भाजपा से हाथ मिलाने के एक दिन बाद आज छठी बार राज्य के मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण की। कुमार के काफी तेज रफ्तार से किए गए इस दांवपेंच ने राज्य में राजनीतिक परिदृश्य को पूरी तरह बदल दिया है। राज्यपाल केसरी नाथ त्रिपाठी ने यहां राजभवन के राजेंद्र मंडपम् में 66 वर्षीय नीतीश कुमार को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील मोदी को भी शपथ दिलाई गई। जदूय के राजद एवं कांग्रेस के साथ बमुश्किल दो साल पुराने गठबंधन से अलग हो जाने के बाद राज्यपाल ने नीतीश कुमार से दो दिन के भीतर सदन में अपना बहुमत साबित करने को कहा। इस संक्षिप्त समारोह में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा और भाजपा नेता अनिल जैन भी मौजूद थे। समारोह में केवल कुमार और सुशील मोदी को शपथ ग्रहण कराई गई। नीतीश कुमार ने कल रात मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने लालू यादव और पूर्ववर्ती परिदृश्य में उप मुख्यमंत्री रहे तेजस्वी समेत उनके कुछ परिजन पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर गठबंधन साझीदार राजद के साथ तनातनी के बाद यह फैसला किया। नीतीश कुमार ने शपथ ग्रहण करने के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमने जो भी फैसला किया है वह बिहार और उसकी जनता के पक्ष में होगा। यह विकास और न्याय सुनिश्चित करेगा। यह प्रगति सुनिश्चित करेगा। यह सामूहिक निर्णय है। मैं यह सुनिश्चित करता हूं कि हमारी प्रतिबद्धता बिहार की जनता के प्रति है।’’

About The Author

Leave a Reply

%d bloggers like this: