नयी दिल्ली. दीप्ति शर्मा ने हाल में समाप्त हुए आईसीसी महिला विश्व कप में समय समय पर ‘कैरम बॉल’ का उपयोग किया और इस भारतीय क्रिकेट टीम की आलराउंडर ने आज यहां खुलासा किया कि उन्होंने पुरूष टीम के शीर्ष स्पिनर रविचंद्रन अश्विन के वीडियो देखकर यह ‘चौंकाने वाली गेंद’ का अभ्यास शुरू किया था। दीप्ति ने ‘भाषा’ से कहा, ‘‘मैं अब लगातार नेट्स पर इसका अभ्यास करती हूं। विश्व कप में मैंने कुछ मैचों में बीच बीच में इसका उपयोग किया था। इसका उपयोग मैंने बल्लेबाज को अचानक भ्रम में डालने के लिये करती हूं और इसका फायदा भी मिलता है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैंने अश्विन के वीडियो देखे और उनके एक्शन, गेंद पकड़ने और उसे छोड़ने की स्थिति का बारीकी से आकलन किया और फिर कैरम बॉल का अभ्यास शुरू किया। मैं अभी तक उनसे (अश्विन) से नहीं मिली हूं लेकिन अगर मुझे मौका मिलता है तो निश्चित तौर पर मैं उनसे कैरम बॉल के बारे में ही बात करूंगी।’’ कैरम बॉल अश्विन का मुख्य हथियार है। कभी श्रीलंका के अजंता मेंडिस ने इस गेंद को काफी ख्याति दिलायी थी लेकिन दीप्ति ने केवल भारतीय स्पिनर के वीडियो देखे क्योंकि किसी अन्य गेंदबाज का अनुसरण करके वह खुद को भ्रमित नहीं करना चाहती थी। आफ स्पिनर दीप्ति ने कहा, ‘‘मैंने मेंडिस का एक भी वीडियो नहीं देखा। मैं हमेशा अश्विन की गेंदबाजी पर गौर करती हूं। मैं केवल उन्हीं के वीडियो देखती हूं। ’’ दीप्ति ने विश्व कप से पहले दक्षिण अफ्रीका में चतुष्कोणीय टूर्नामेंट में आयरलैंड के खिलाफ सलामी बल्लेबाज के रूप में 188 रन की धमाकेदार पारी खेली थी जो भारत की तरफ से महिला वनडे में सर्वश्रेष्ठ व्यक्तिगत पारी भी है। विश्व कप में दीप्ति को शीर्ष क्रम में खेलने का मौका नहीं मिला लेकिन उन्हें इसका दुख नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘यह परिस्थिति पर निर्भर करता है। मुझे टीम की जरूरत के हिसाब से निचले क्रम में उतरना पड़ा। वैसे में सलामी बल्लेबाज हूं और पारी का आगाज करना मुझे अच्छा लगता है। ’’ विभिन्न राज्य सरकारों ने अपने प्रदेशों की खिलाड़ियों के लिये इनाम या सरकारी नौकरी की पेशकश की है और आगरा की रहने वाली दीप्ति को भी उत्तर प्रदेश सरकार से इस तरह की घोषणा का इंतजार है। उन्होंने कहा, ‘‘नहीं उत्तर प्रदेश सरकार ने अभी तक कोई पेशकश नहीं की है लेकिन मुझे उम्मीद है। ’’