• नवनियुक्त निरीक्षकों से वरिष्ठों ने साझा किए अनुभव
  • उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में 135 पदों पर हुई हैं नव​नियुक्तियां
  • पांच वर्षों से अधीक्षक पद पर प्रोन्नति लंबित

लखनऊ। अखिल भारतीय केंद्रीय उत्पाद शुल्क निरीक्षक संघ, लखनऊ क्षेत्र के पदाधिकारियों और सदस्यों ने शनिवार को केंद्रीय सेवा एवं वस्तु कर एवं कस्टमस के नवनियुक्त निरीक्षकों का स्वागत किया। यह सभी निरीक्षक एसएससी-2019 की परीक्षा के द्वारा नवनियुक्त हुए हैं। गोमतीनगर स्थित एक होटल में आयोजित स्वागत कार्यक्रम में वरिष्ठ अधिकारियों ने नवनियुक्त निरीक्षकों के साथ अपने अनुभव साझा किए।

कार्यक्रम की शुरुआत में निवनियुक्त निरीक्षकों ने अपना परिचय दिया। केंद्रीय सेवा एवं वस्तु कर एवं कस्टमस सेवा में आने की वजह गिनाईं। तमाम निरीक्षक ऐसे भी थे, जो पहले से राज्य या केंद्र की सेवा में कार्यरत थे। केंद्रीय सेवा एवं वस्तु कर एवं कस्टमस में निरीक्षक के पद पर चयन होने के बाद उन्होंने उस सेवा से त्यागपत्र दे दिया। उत्साह और जोशपूर्ण माहौल में वरिष्ठों और कनिष्ठों के बीच संवाद हुआ।

निरीक्षक संघ के अध्यक्ष कृष्ण कुमार कुशवाहा ने बताया कि केंद्र सरकार की भर्ती प्रक्रिया में तेजी की वजह से इतनी संख्या में नवनियुक्तियां हो रही हैं। इस वर्ष उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड राज्य में कुल 135 पदों पर नवनियुक्तियां हुई हैं, जो बीते 5 वर्ष के दौरान हुई नियुक्तियों में सबसे ज्यादा हैं।

अध्यक्ष श्री कुशवाहा ने यह भी बताया कि भारत सरकार के मिशन मोड की भर्ती के लिए रिक्तियों की भी आवश्यकता है। विभाग में पिछले पांच वर्षों से अधीक्षक पद पर प्रोन्नति न होने के कारण लगभग 400 निरीक्षकों के पदों पर रिक्तियां लम्बित हैं, और उन पदों पर भर्ती के लिए अधियाचन नहीं भेजा जा सका है।

एसोसिएशन के इस कार्यक्रम में सभी पदाधिकारियों ने बड़े जोश से नए निरीक्षकों का स्वागत किया और उन्हें विभाग की कार्यशैली और विशिष्टता के बारें में विस्तार से बता कर उनका हौंसिला आफजाई की।

एसोसिएशन पदाधिकरियों में वाईस प्रेसिडेंट कपिल (आगरा), के के कुशवाहा अध्यक्ष, अभिजात श्रीवास्तव महासचिव, एकांत सोलंकी ज्वाइंट सेक्रेटरी (आगरा), संघर्ष सिंह उपाध्यक्ष, संजीव विश्वकर्मा जॉइंट सेक्रेटरी (प्रयागराज) ने बढ़चढ़ कर नए निरीक्षकों का स्वागत कर अपने अपने अनुभव उनसे शेयर किया। आयोजन का समापन महासचिव अभिजात श्रीवास्तव के धन्यवाद अभिभाषण के साथ समाप्त हुआ।

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