गोपेश्वर, उत्तराखंड में उच्च हिमालयी क्षेत्र में स्थित हेमकुंड साहिब के कपाट बुधवार दोपहर श्रद्धालुओं के दर्शन हेतु शीतकाल के लिए बन्द कर दिये गये।
चमोली जिले में स्थित सिखों के इस प्रसिद्ध धाम के कपाट बंद होने के मौके पर भारी ठंड के बावजूद लगभग दो हजार तीर्थयात्री मौजूद थे जिन्होंने इस साल की अन्तिम अरदास में हिस्सा लिया।
दोपहर डेढ़ बजे परम्परागत पूजा-पाठ के बाद कपाट बन्द किए गए। गुरु ग्रंथ साहब के साथ उत्सव यात्रा भजन कीर्तन करते हुए गोविंद घाट के लिए लौटी। उत्सव यात्रा हेमकुंड से 21 कि. मी. की पदयात्रा करते हुए पहले घांघरिया मे प्रवास कर गोविंद घाट पहुंचेगी।
गुरूद्वारे के प्रबन्धक सरदार सेवा सिंह ने बताया कि इस साल सवा दो लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने हेमकुंड साहिब की यात्रा की। उत्सव यात्रा हेमकुंड से 21 कि. मी. की पदयात्रा करते हुए पहले घांघरिया में प्रवास कर गोविंद घाट पहुंचेगी। सर्दी में भारी बर्फबारी के कारण हेमकुण्ड के कपाट अक्टूबर माह में बन्द कर दिए जाते हैं जो फिर से मई-जून माह में खोले जाते हैं।