अंडरवर्ल्ड डॉन कहा जाने वाला सुभाष ठाकुर इन दिनों फतेहगढ़ जेल में बंद है। अरसे से बीएचयू अस्पताल में इलाज के नाम पर टिका हुआ है। अब मुंबई में सनसनीखेज हत्या में उसका नाम सामने आया है।

मुंबई के विरार थाने के भाइंदर वसई क्षेत्र में बीते 26 फरवरी को बिल्डर समरजीत उर्फ समय चौहान की हत्या में सुभाष ठाकुर को भी नामजद किया गया है। मुंबई की मीरा भाइंदर वसई विरार क्राइम ब्रान्च सनसनीखेज हत्या में सुभाष ठाकुर की संलप्तिता सामने आने के बाद रिमांड पर लेगी।

बिल्डर की दिनदहाड़े हत्या के बाद सीसीटीवी फुटेज में सिंधोरा के बरांव गांव निवासी राहुल शर्मा, कपसेठी के लोहारडीह निवासी अभिषेक सिंह उर्फ अंकुर व लंका के नरोत्तमपुर के कुख्यात मनीष सिंह सोनू व एक और बदमाश की तस्वीर सामने आई थी। हत्या के बाद मनीष समेत चारों बदमाश मुंबई छोड़ वाराणसी आ गये थे।

इसकी भनक लगते ही वाराणसी एसटीएफ ने पहले लोहता में 21 मार्च को मुठभेड़ में दो लाख के इनामी मनीष सिंह सोनू को ढेर किया। एसटीएफ ने ही 29 मार्च को चितईपुर स्थित कॉलोनी से अभिषेक व राहुल को दबोच लिया। इनकी गिरफ्तारी के बाद मीरा भाइंदर वसई विरार क्राइम ब्रान्च की टीम दोनों को साथ ले गई। इनसे पूछताछ पर सामने आया कि हत्याकांड में सुभाष ठाकुर की सीधे तौर पर संलप्तिता है।

बीएचयू अस्पताल बना ठीहा

जेल फतेहगढ़ है लेकिन बीएचयू में इलाज के नाम पर ठीहा यहीं बना हुआ है। जनवरी 2020 में फतेहगढ़ जेल अधीक्षक ने बीएचयू के सरसुंदरलाल के एमएस को पत्र लिखकर आपत्ति जताई थी। कहा था कि चार सप्ताह तक ही इलाज के नाम पर भर्ती किया जाना था। चार के बजाय अब आठ सप्ताह हो गया, बावजूद अस्पताल की ओर से भी कारण नहीं बताया जा रहा है।

चेतगंज में मुकदमा

बीएचयू अस्पताल में इलाज के दौरान रहते हुए एक विधि छात्र को धमकी देने का मामला भी सामने आया। चार मार्च 2021 को सुभाष ठाकुर समेत अन्य पर नामजद मुकदमा दर्ज हुआ था। इसके अलावा एक अन्य मुकदमा अक्तूबर 2021 में सारनाथ थाने में हुआ, जिसे उसी दिन एक्स्पंज कर दिया गया।

साधुओं की वेशभूषा में माफिया

आजीवन कारावास की सजा काट रहे सुभाष ठाकुर को जाननेवाले उसे ‘बाबा’ कहते हैं। इसके पीछे वर्षों से साधुओं सी वेशभूषा कारण है। लंबी दाढ़ी, सिर पर साफा और सफेद कपड़े सुभाष की पहचान हैं। साल 2017 में वाराणसी कोर्ट में उसने याचिका दायर कर जान को दाउद इब्राहिम से खतरा बताया था। सुरक्षा के लिए बुलेटप्रूफ जैकेट की अर्जी दी थी। इसके बाद 2019 में सुभाष को बीमारी के चलते बीएचयू अस्पताल लाया गया।

पुलिस सुभाष की भूमिका की छानबीन कर रही 
मीरा भाइंदर कमश्निरेट मुंबई डीसीपी जोन-3 प्रशांत डब्ल्यू. वाघ्ननाड़े ने बताया कि बिल्डर समरजीत चौहान उर्फ समय चौहान की हत्या में सुभाष ठाकुर का नाम आया है। पुलिस सुभाष की भूमिका की छानबीन कर रही है। रिमांड पर लाकर पूछताछ की जा सकती है।

जेजे शूटआउट से चर्चा में आया सुभाष ठाकुर

मुंबई के जेजे शूटआउट कांड के बाद सुभाष ठाकुर का नाम जरायम जगत में चमका। 26 जुलाई 1992 को हुई दाऊद के बहनोई इस्माइल इब्राहीम पारकर की हत्या का बदला शूटरों ने 12 सितंबर 1992 को ले लिया। मुंबई के जेजे अस्पताल में हाई सिक्योरिटी में रखे गए अरुण गवली के शूटर शैलेश हल्दनकर को दाऊद के शूटरों ने गोलियों से छलनी कर दिया था। शूटआउट में दो कांस्टेबल भी मारे गए थे। दाऊद ने सुभाष सिंह ठाकुर और बाबा ग्रैबियाल को शैलेश की हत्या का जिम्मा सौंपा था।

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