लंदन, कोरोना वायरस को लेकर लोगों के जहन में कई सवाल चल रहे हैं। खासकर लॉकडाउन में बंद होने के कारण यह चिंता भी सबको खा रही है कि आखिर कब तक ऐसे हालात का सामना करना पड़ेगा। अब वैज्ञानियों ने अनुमान लगाया है कि दुनिया के कुछ देशों में कोरोना वायरस कब तक रहने वाला है। सिंगापुर की यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नॉलजी के इनोवेशन लैब के मुताबिक ब्रिटेन में COVID-19 का संकट 30 सितंबर तक रहने वाला है।

इसके मुताबिक अमेरिका में इसे खत्म होने में 11 नवंबर तक का समय लगेगा, जबकि इटली में यह 12 अगस्त में खत्म हो जाएगा। वहीं, सिंगापुर को 19 जुलाई में कोरोना वायरस से निजात मिल जाएगी। ये सभी तारीखें मौजूदा हालात, इन्फेक्शन रेट और मौत के आंकड़ों के आधार पर कैलकुलेट की गई हैं। इस वजह से इन मानकों पर असर पड़ने के साथ तारीख बदलने के भी आसार हैं। यह अनुमान इसलिए भी अहम है क्योंकि कुछ दिन पहले ही एक्सपर्ट्स ने दावा किया था कि ब्रिटेन में जून तक कोरोना के कारण मौतों का सिलसिला खत्म हो जाएगा।

SUT ने इन अनुमान के साथ-साथ चेतावनी भी जारी की है। इसके मुताबिक, ‘मॉडल और डेटा अलग-अलग देशों की दशा के आधार पर काफी जटिल है और बदल भी रहा है। इन्हें लेकर साफ-साफ अनुमान लगाना मुश्किल है।’ साथ ही यह भी कहा गया है कि पहले से तारीख को आखिरी मानकर अति-उत्हासित नहीं होना चाहिए। कहीं ऐसा न हो कि लोगों की गंभीरता कम हो जाए और वे वायरस को काबू में करने के लिए जरूरी कदम उठाना बंद कर दें।

वहीं, कुछ दिन पहले ब्रिटिश अधिकारी आलोक शर्मा ने कहा था कि यह संभव है कि यूके कभी कोविड-19 की वैक्सीन ही न ढूंढ सके। उन्होंने नियमित प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, ‘हमारे वैज्ञानिकों के अथक प्रयास के बावजूद यह संभव है कि हमें कभी सफलतापूर्व कोरोना वायरस की वैक्सीन ही न मिले।’भारतवंशी मंत्री आगे कहा, ‘दुनिया के दो बड़े फ्रंटरनर जिन्हें वैक्सीन बनानी है वे ब्रिटेन में हैं- ऑक्सफर्ड यूनिवर्सिटी और इम्पीरियल कॉलेज लंदन।’

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