लॉकडाउन में दूसरे प्रदेश में फंसे मजदूरों पर योगी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। सरकार ने तय किया है कि दूसरे राज्यों में क्वारंटाइन की अवधि पूरी कर चुके अपने श्रमिकों को वापस लाया जाएगा। बताया जा रहा है कि इन्हें वापस लाकर इनके जिले में फिर से14 दिन क्वारंटाइन किया जाएगा। जांच के बाद स्वस्थ होने पर घर भेजेंगे। हर श्रमिक को मुफ्त राशन और 1000 रुपये भी दिया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने लखनऊ में अधिकारियों के साथ बैठक में कहा कि हम अन्य राज्यों में 14 दिन का क्वारंटाइन पूरा कर चुके अपने प्रदेश के श्रमिकों को चरणबद्ध तरीके से वापस लाएंगे। इसके लिए एक कार्ययोजना जल्दी तैयार हो जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस संबंध में सूची तैयार की जाए जिससे संबंधित राज्य में स्थित प्रदेश के मजदूरों का विवरण दर्ज हो। ऐसे लोगों की स्क्रीनिंग व टेस्टिंग कराते हुए संबंधित राज्य सरकार को इन्हें वापस भेजने की प्रक्रिया प्रारंभ करनी होगी। प्रदेश की सीमा तक संबंधित राज्य सरकार द्वारा इन्हें लाए जाने के बाद ऐसे लोगों को बस के द्वारा इनके जिले में भेजा जाएगा। सीएम ने आदेश दिया कि वहां 14 दिन क्वारंटाइन करने के लिए पूरी व्यवस्था समय से सुनिश्चित कर ली जाए।  इसके लिए शेल्टर होम या आश्रय स्थल को खाली कर सैनिटाइज किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इन लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था भी की जाएगी।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को आदेश दिया है कि राज्य में आगामी तीन से छह महीनों के भीतर कम से कम 15 लाख लोगों के रोजगार सृजन की ठोस कार्य योजना बनायी जाए। उन्होंने इसके सम्बन्ध में विभिन्न विभागों को एक सप्ताह के भीतर कार्य योजना बनाकर प्रस्तुत किए जाने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि एमएसएमई, ओडीओपी, एनआरएलएम, उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण, दीनदयाल उपाध्याय स्वरोजगार योजना, कौशल विकास मिशन, खादी ग्रामोद्योग तथा मनरेगा के माध्यम से रोजगार सृजन के कार्यों में तेजी लायी जाए। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के बाद रोजगार सृजन और अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ बनाना चुनौती है, जिसके लिए अभी से तैयारी की जाए। एक सरकारी बयान में कहा गया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने  यहां अपने सरकारी आवास पर उत्तर प्रदेश में रोजगार सृजन सम्बन्धी प्रस्तुतिकरण के अवसर पर अधिकारियों को निर्देशित कर रहे थे।

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