नयी दिल्ली, राज्यसभा में कांग्रेस के एक सदस्य ने विभिन्न बैंकों में हुए घोटाले का मुद्दा उठाते हुए मांग की कि सरकार को जमाकर्ताओं को उनके पैसों की सुरक्षा के संबंध में भरोसा दिलाना चाहिए।

कांग्रेस के प्रताप सिंह बाजवा ने शून्यकाल में यह मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि पंजाब नेशनल बैंक सहित विभिन्न सरकारी एवं सहकारी बैंकों में हुए घोटालों से आम लोग अपने पैसों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। उन्होंने कहा कि पहले लोग बैंकों में अपने पैंसों की सुरक्षा को लेकर निश्चिंत रहते थे। उन्होंने पीएमसी बैंक घेाटाले का जिक्र करते हुए कहा कि रिजर्व बैंक की देखरेख के बाद भी ऐसा हो गया। उन्होंने कहा कि बैंकों से जुड़ी मौजूदा स्थिति से आम लोगों में घबराहट है। ऐसे में सरकार को लोगों को उनके पैसों की सुरक्षा के संबंध में भरोसा दिलाना चाहिए।

शून्यकाल में ही कांग्रेस के राजमणि पटेल ने सीमेंट कारखानों में नियमों के उल्लंघन होने का मामला उठाया। उन्होंने कहा कि सतना और रीवा के सीमेंट कारखानों में नियमों का पालन नहीं होने से आस पास के क्षेत्रों में प्रदूषण फैल रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदूषण से फसलें भी प्रभावित हो रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि इन कारखानों में किसानों के साथ हुए समझौतों का भी पालन नहीं किया जा रहा है।

तृणमूल कांग्रेस के अहमद हुसैन ने कोलकाता से यूरोप और अन्य देशों के लिए अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की शुरूआत करने की मांग की वहीं कांग्रेस की विप्लव ठाकुर ने कहा कि काजू और नारियल के छिलकों में तेजाब होता है। इससे छिलका उतारने वालों के हाथ जल जाते हैं और उनमें घाव हो जाता है। उन्होंने ऐसे कामगारों को दस्ताने देने सहित विभिन्न उपाय करने की मांग की ताकि उनके हाथ सुरक्षित रह सकें।

एमडीएमके के वाइको ने मांग की कि विभिन्न उड़ानों में की जाने वाली घोषणाएं तमिल सहित विभिन्न क्षेत्रीय भाषाओं में भी की जानी चाहिए।

जद (यू) की कहकशां परवीन ने सुन्नी वक्फ बोर्ड सहित विभिन्न बोर्डों को जीएसटी से मुक्त किया जाना चाहिए।

भाजपा के रामनारायण डुंडी ने राजस्थान में बेमौसमी बारिश से किसानों को हुए भारी नुकसान का जिक्र किया और प्रभावित किसानों के पर्याप्त मुआवजा दिए जाने की मांग की।

भाजपा के सकलदीप राजभर ने बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश आदि राज्यों के छोटे किसानों का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि ऐसे किसान शहरों में मजदूरी करने के लिए विवश हो जाते हैं जिससे न सिर्फ उनका परिवार प्रभावित होता है बल्कि शहरों की पलायन भी होता है। उन्होंने ऐसे किसानों के लिए विशेष नीति बनाए जाने की मांग की।

भाजपा के राम कुमार वर्मा और किरोड़ी लाल मीणा ने सांभर झील में हजारों पक्षियों की मौत का मुद्दा उठाया और इस मामले की जांच कराने की मांग की।

टीआरएस के बंदा प्रकाश, बीजद के अमर पटनायक, भाकपा के विनय विश्वम ने भी शून्यकाल में लोक महत्व के अलग अलग मुद्दे उठाए।

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