नयी दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कहा कि किसानों की आय बढ़ाने के लिये सरकार जल्दी ही कृषि निर्यात नीति लाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का लक्ष्य हासिल करने की दिशा में आगे बढ़ रही है।

मोदी ने 72वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुए पिछले चार साल के दौरान सरकार द्वारा खेती और किसानों के लिये उठाये गये कदमों का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि किसानों के लिये फसल पर आने वाली कुल लागत का डेढ़ गुना न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) तय किया गया है।

उन्होंने कहा, ‘‘ऊंचे एमएसपी की पिछले कई साल से मांग हो रही थी। किसानों से लेकर राजनीतिक दल, कृषि विशेषज्ञ सभी इसकी मांग कर रहे थे लेकिन कुछ नहीं हुआ। हमने निर्णय किया है कि किसानों को उनकी उत्पादन लागत का डेढ़ गुना दाम मिलना चाहिए और इसे लागू किया गया।’’

प्रधानमंत्री ने कहा कि जब उन्होंने 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का लक्ष्य रखा था तब इसको लेकर संदेह जताये गये लेकिन एमएसपी में वृद्धि जैसे निर्णय से सरकार लक्ष्य हासिल करने के रास्ते पर आगे बढ़ रही है।

उन्होंने कहा कि बदलते समय में किसानों को भी वैश्विक बाजारों की चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है और सरकार इस संदर्भ में कृषि निर्यात नीति पर काम कर रही है। हालांकि, उन्होंने नीति के बारे में ब्योरा नहीं दिया।

उल्लेखनीय है कि वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने मार्च में कृषि निर्यात नीति का मसौदा पेश किया है जिसका मकसद कृषि निर्यात को दोगुना करना तथा भारतीय किसानों एवं कृषि उत्पादों को वैश्विक मूल्य श्रृंखला के साथ एकीकृत करना है।

मोदी ने कहा, ‘‘देश रिकार्ड खाद्यान का उत्पादन कर रहा है। हमारे पास पर्याप्त अन्न भंडार है।’’ उन्होंने कहा कि किसान सूक्ष्म, सिंचाई, टपक सिंचाई और फव्वारा सिंचाई को अपना रहे हैं। सरकार अटकी पड़ी 99 सिंचाई परियोजनाओं का पुनरूद्धार कर रही है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘बीज से बाजार तक’ के रुख के साथ हम कृषि क्षेत्र में उल्लेखनीय बदलाव ला रहे हैं। हमारा मकसद किसानों की आय 2022 तक दोगुनी करने का है। आज हमारा पूरा जोर कृषि क्षेत्र में बदलाव और उसे आधुनिक रूप देने पर है।

उन्होंने कहा कि कुछ लोग किसानों की आय दोगुनी करने को लेकर संदेह जता रहे हैं लेकिन सरकार का इरादा दृढ़ है। ‘‘हम मक्खन पर लकीर नहीं खींचते, पत्थर पर लकीर खींचने वाले हैं।

किसानों की समृद्धि पर जोर देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारा 2022 तक कृषि क्षेत्र में बीज से लेकर बाजार तक आधुनिकता लाकर मूल्य वर्द्धन करने का है। मोदी ने अपने संबोधन में मत्स्यन क्रांति, मधुमक्खी पालन और सोलर फार्मिंग का जिक्र किया।

उन्होंने कहा कि भारत आज दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा मछली उत्पादक देश है और जल्दी ही पहले स्थान पर होगा। गन्ना किसानों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि ऐथनाल उत्पादन दोगुना -तिगुना हो गया है। शहद का निर्यात भी दोगुना हुआ है।

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