सोने के भाव ने तोड़ा रिकॉर्ड, रिजर्व बैंक के खज़ाने में $100 अरब का ‘गोल्ड’

मुंबई: सोने की कीमतों में लगातार उछाल ने बाजार और रिजर्व बैंक — दोनों पर असर डाला है। शुक्रवार, 17 अक्टूबर 2025 को देश में 24 कैरेट सोना 1,34,200 रुपये प्रति 10 ग्राम (सभी टैक्स सहित) पर बंद हुआ, जो अब तक का नया उच्च स्तर है।
जहाँ आम उपभोक्ताओं के लिए यह कीमत भारी पड़ रही है, वहीं भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) को इसका सीधा लाभ हुआ है। उसके पास मौजूद सोने के भंडार का मूल्य पहली बार $100 अरब के पार चला गया है। आरबीआई के पास फिलहाल लगभग 880 टन सोना है, जिसकी मौजूदा कीमत $102.365 अरब आँकी गई है। यह भारत के कुल विदेशी मुद्रा भंडार का लगभग 14.7% हिस्सा है।
हालाँकि, विदेशी मुद्रा भंडार (Forex Reserves) में गिरावट का सिलसिला जारी है। 10 अक्टूबर 2025 को समाप्त सप्ताह के दौरान यह भंडार $2.176 अरब घटकर $697.784 अरब पर आ गया। यह लगातार चौथा सप्ताह है जब भंडार में गिरावट दर्ज की गई।
इस अवधि में फॉरेन करेंसी असेट्स (FCA) में $5.6 अरब की भारी कमी हुई, जबकि स्पेशल ड्रॉइंग राइट्स (SDR) और IMF में जमा रिजर्व पोज़िशन में भी मामूली गिरावट आई है।
भले ही विदेशी मुद्रा आस्तियाँ घटी हों, लेकिन बढ़ते सोने के दामों ने आरबीआई के कुल भंडार को स्थिर बनाए रखने में अहम भूमिका निभाई है।