RBI ने 5.5% पर बरकरार रखी रेपो रेट, नहीं घटेगी आपकी EMI

नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने अपनी अक्टूबर मॉनेटरी पॉलिसी में रेपो रेट को 5.5% पर स्थिर रखा है। गवर्नर संजय मल्होत्रा ने कहा कि मौद्रिक रुख न्यूट्रल रहेगा। इस साल अब तक RBI कुल 1% की कटौती कर चुका है।
पॉलिसी में IPO फाइनेंसिंग लिमिट बढ़ाकर 25 लाख रुपये कर दी गई है और भूटान, नेपाल व श्रीलंका के बैंक अब NRI को रुपये में लोन दे सकेंगे। बेसिक सेविंग्स बैंक डिपॉजिट खातों में मोबाइल और इंटरनेट बैंकिंग की सुविधा जोड़ने का प्रस्ताव भी रखा गया है।
आरबीआई ने GDP अनुमान 6.8% किया है, जबकि FY26 की औसत मुद्रास्फीति का अनुमान घटाकर 2.6% कर दिया। गवर्नर ने कहा कि GST रिफॉर्म्स से महंगाई पर दबाव बढ़ सकता है।
इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए NBFC फाइनेंसिंग में जोखिम भार कम किया गया है। वहीं, बैंकों के लिए कॉर्पोरेट अधिग्रहण फाइनेंसिंग का फ्रेमवर्क और लिस्टेड डेट सिक्योरिटीज पर लोन सीमा हटाने का प्रस्ताव है।
विदेशी मुद्रा भंडार 700.2 अरब डॉलर तक पहुंच गया है। RBI ने कहा कि रुपये की अस्थिरता और तरलता पर कड़ी नजर रखी जा रही है और वित्तीय स्थिरता बनाए रखने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।