अमेरिका में सरकारी शटडाउन, लाखों कर्मचारी प्रभावित

अमेरिका में आधी रात से सरकारी शटडाउन लागू हो गया है। सीनेट में रिपब्लिकन और डेमोक्रेट्स किसी भी फंडिंग बिल पर सहमत नहीं हो सके, जिसके कारण सरकारी खर्च के लिए जरूरी पैसा मंजूर नहीं हो पाया। इससे कई सरकारी विभागों में कामकाज ठप हो गया है और लाखों कर्मचारियों पर असर पड़ा है।
पिछले शटडाउन का इतिहास
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ट्रंप कार्यकाल का यह तीसरा शटडाउन है।
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पहला शटडाउन (22 दिसंबर 2018 – 25 जनवरी 2019) 35 दिनों तक चला, जो अमेरिकी इतिहास का सबसे लंबा शटडाउन था।
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इसका कारण मैक्सिको बॉर्डर पर दीवार बनाने के लिए फंडिंग विवाद था।
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दूसरा शटडाउन फरवरी 2019 में हुआ और 3 दिन चला।
राजनीतिक टकराव
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रिपब्लिकन लीडर जॉन थ्यून ने आरोप लगाया कि “डेमोक्रेट्स ने अपनी जिद के कारण अमेरिकी जनता की कुर्बानी दी।”
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डेमोक्रेटिक लीडर चक शूमर ने पलटवार करते हुए कहा कि “रिपब्लिकन बातचीत से इनकार कर हेल्थकेयर को खतरे में डाल रहे हैं।”
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व्हाइट हाउस ने भी डेमोक्रेट्स की नीतियों को जिम्मेदार बताया।
शटडाउन का असर
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लाखों सरकारी कर्मचारी बिना वेतन छुट्टी पर भेजे जाएंगे।
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सेना, एयर ट्रैफिक कंट्रोल, सीमा सुरक्षा और पेंशन भुगतान जैसे जरूरी कामकाज जारी रहेंगे, लेकिन कई कर्मचारियों को बिना वेतन काम करना होगा।
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अदालतों और हवाई सेवाओं पर असर पड़ सकता है।
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नेशनल पार्क, म्यूजियम जैसे कई सरकारी दफ्तर बंद हो सकते हैं।
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पासपोर्ट और वीज़ा की प्रोसेसिंग धीमी या बंद हो जाएगी।
जनता की राय
एक सर्वे के अनुसार—
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38% लोगों ने शटडाउन के लिए रिपब्लिकन को जिम्मेदार ठहराया।
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27% ने डेमोक्रेट्स को जिम्मेदार माना।
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जबकि 31% ने दोनों दलों को बराबर दोषी बताया।