लखनऊ, लोकसभा चुनाव में भाजपा द्वारा टिकट से वंचित किये गये, हरदोई के सांसद अंशुल वर्मा बुधवार को सपा में शामिल हो गये।

अध्यक्ष अखिलेश यादव की मौजूदगी में सपा में शामिल हुए वर्मा ने कहा, ‘मैं सपा में बिना शर्त शामिल हुआ हूं। टिकट नहीं दिये जाने के पीछे शायद मेरी गलती यह थी कि मैंने पासी समुदाय के एक सम्मेलन के दौरान मंदिर परिसर में शराब बांटने के खिलाफ आवाज उठायी थी।’

उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘मुझे उस पर दु:ख हुआ था और मैंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इस बारे में पत्र भी लिखा था।’

वर्मा ने कहा कि उनकी गलती ये भी हो सकती है कि उन्होंने अपने नाम के पहले ‘चौकीदार’ शब्द नहीं जोड़ा।

भाजपा ने हरदोई सीट से वर्मा की बजाय जय प्रकाश रावत को टिकट दिया है।

बाद में अखिलेश ने संवाददाताओं से बातचीत के दौरान कांग्रेस और भाजपा दोनों पर निशाना साधते हुए कहा कि दोनों के बीच कोई फर्क नहीं है । पिछले तीस-चालीस साल में अन्य देश किस प्रकार विकसित हो गये । देश को पीछे ले जाने की जिम्मेदार कांग्रेस है। गरीबी और बेरोजगारी के लिए भी वह जिम्मेदार है।

उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने कर्ज माफी और किसानों की आय दोगुनी करने का सपना दिखाया लेकिन किसानों को काफी कम फायदा हुआ।

उन्होंने कहा कि सपा नेता आजम खां के साथ अन्याय हो रहा है । रामपुर में उर्दू गेट और उनके विश्वविद्यालय की चहारदीवारी को स्थानीय प्रशासन ने तोड़ दिया।

संवाददाता सम्मेलन में मौजूद खां ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने भाषणों में ‘काट डालूंगा’ जैसे शब्द इस्तेमाल करते हैं। शीर्ष संवैधानिक पद पर बैठा व्यक्ति नयी पीढ़ी को क्या संदेश देना चाह रहा है।

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