पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू के पाकिस्तान जाने को लेकर हुआ विवाद फिलहाल कम होता नहीं दिख रहा है. इस मामले में सिद्धू पर बिहार की एक अदालत में मुकदमा दर्ज हुआ है. सिद्धू पर ये मुकदमा मुजफ्फरपुर में हुआ है और उन पर देशद्रोह का मामला दर्ज कराया गया है. सीजेएम की अदालत में मुकदमा दर्ज कराते हुए याचिकाकर्ता अधिवक्ता सुधीर ओझा ने आरोप लगाया कि सिद्धू ने पाकिस्तान सेना प्रमुख से गले मिलकर भारतीय सेना का अपमान किया है.पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू के पाकिस्तान जाने को लेकर हुआ विवाद फिलहाल कम होता नहीं दिख रहा है. इस मामले में सिद्धू पर बिहार की एक अदालत में मुकदमा दर्ज हुआ है.
सिद्धू पर ये मुकदमा मुजफ्फरपुर में हुआ है और उन पर देशद्रोह का मामला दर्ज कराया गया है. सीजेएम की अदालत में मुकदमा दर्ज कराते हुए याचिकाकर्ता अधिवक्ता सुधीर ओझा ने आरोप लगाया कि सिद्धू ने पाकिस्तान सेना प्रमुख से गले मिलकर भारतीय सेना का अपमान किया है.
कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के शपथ ग्रहण में पाकिस्तान सेना प्रमुख जनरल कमर बाजवा से गले मिले थे. इस पर भारत में काफी हंगामा हो रहा है. बीजेपी ने उन पर अपने हमले तेज कर दिए हैं. वहीं पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी सिद्धू के विरोध में बयान दिया है. उन्होंने कहा कि गले मिलना ठीक नहीं है. उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए था. इस मामले में अब मुजफ्फपुर में नवजोत सिंह सिद्धू पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया गया है.
उधर सिद्धू ने बाजवा को गले लगाने के अपने कदम का बचाव किया. उन्होंने कहा, ‘यदि कोई मेरे पास आए और कहे कि हम एक ही कल्चर से ताल्लुक रखते हैं और हम गुरु नानकदेव के 550वें प्रकाश पर्व पर करतारपुर सीमा को खोलेंगे तो मैं क्या करता?’ सिद्धू ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के प्रेसिडेंट के पास बैठने पर भी सफाई दी. इस पर उन्होंने बताया, ‘यदि आपको मेहमान के रूप में बुलाया जाता है तो जहां बैठने को कहा जाता है, आप वहीं पर बैठते हैं. मैं कहीं और बैठा था, लेकिन मुझे पीओके के प्रेसिडेंट मसूद खाने के पास बैठने को कहा गया.’