मेरठ, उत्तर प्रदेश के गन्ना मंत्री सुरेश राणा ने किसानों के गन्ना मूल्य भुगतान में लेटलतीफी पर चीनी मिल प्रबंधकों को कड़ी फटकार लगाई। उन्होंने स्पष्ट कहा कि चीनी मिलों को जल्द से जल्द किसानों को उनके गन्ना बकाये का शत प्रतिशत निपटान कर देना चाहिये।

सुरेश राणा ने चीनी मिलों से कहा कि उन्हें चीनी बेचकर पूरा पैसा किसानों को देना चाहिये। बिजली उत्पादन का मिलों को जो भुगतान प्रदेश सरकार ने प्राथमिकता से कराया है वह समस्त पैसा किसानों के भुगतान के लिए जारी करें। दोनों में से किसी भी राशि का इस्तेमाल अन्य किसी कार्य में नहीं होना चाहिये।

गन्ना किसानों के बकाया को लेकर चीनी मिलों के साथ समीक्षा बैठक में राणा ने कहा की मिलों को सरकार द्वारा निर्धारित कोटे के मुताबिक हर महीने चीनी की बिक्री सुनिश्चित करनी होगी ताकि किसानों का भुगतान समय से किया जा सके। उन्होंने स्पष्ट कहा कि चीनी मिलों को नए चीनी सत्र में किसानों का समय से शत प्रतिशत भुगतान करने की मानसिकता से काम करना होगा।

इस दौरान मिल प्रबंधकों ने चीनी बिक्री का कोटा बढ़ाने की मांग की। बिजली बिक्री से मिलने वाले पैसे को कई मिलों ने किसानों का भुगतान ना करके अन्य खातों में पहुंचा दिया था। इस पर गन्ना मंत्री ने मिल प्रबंधकों को कड़ी फटकार लगाई।

समीक्षा बैठक के बाद गन्ना मंत्री ने पत्रकार वार्ता में कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री किसानों के बकाया को लेकर चिंतित हैं। किसानों के बकाये का समय से भुगतान उनकी प्राथमिकता है।

उन्होंने कहा कि पूर्व में प्रदेश में गन्ना भुगतान की व्यवस्था काफी बिगड़ी हुई थी। जिसे प्रदेश सरकार ने 16 महीने के कार्यकाल में काफी सुधार आया है।

नए चीनी सत्र में प्रदेश में गन्ने का क्षेत्रफल 10 फ़ीसदी बढा है। देश का 38 प्रतिशत गन्ना उत्पादन प्रदेश में होगा। इसकी पेराई सुनिश्चित करने के लिए सरकार गंभीर है, योजना बनाई जा रही है। इस साल प्रदेश में 111 करोड़ कुंतल गन्ने की पेराई करके 120 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ है।

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